जम्बूद्वीप भारत बोधिस्तान
डॉ.परशुराम आठनेरिया से.नि. प्रोफेसर
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा
गुलेगुलिस्तां भारत बोधिस्तान है ।
शान्तिदूत जम्बूद्वीप भारत महान है ।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है ।
परब पश्चिम दक्षिण वारिध गहरा ।
पश्चिमोत्तर अडिग हिमगिरी देता पहरा,
रेवा गंगा गोदावरी कृष्णा इसकी शान है ।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा
विश्वशान्तिदूत बोधिस्तान है ।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है ।
जहां धर्म पंथ जाति भाषा बोली अनेक,
भीम संविधान में सब हो गए है एक ।
नेहरु आम्बेडकर कांशी जी ने भी माना,
भारत पवित्र बुद्ध भूमि बोधिस्तान है ।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा
विश्वशान्तिदूत भारत बोधिस्तान है ।
जम्बूद्वीप भारत महान है ।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है ।
जहां बसते गांधी आंबेडकर के सत्यनिष्ठ इंसान ।
आपस में मिलजुलकर रहते है,
शेख सैयद मुगल पठान
ईसाइ जैन सिख मूलनिवासी,
गोंड भील माही परधान,
जनगण क्षत्री बाणी बामन,
शूद्र जैनबौद्धों की संतान,
समता का संदेश देती,
श्रमण संस्कृति ही है महान ।
वंदनीय अभिनंदनीय है
देशध्वजा और बोधिस्तान ।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा
विश्वशान्तिदूत बोधिस्तान है ।
जम्बूद्वीप भारत महान है ।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है ।
लोकतांत्रिक धम्म विनय नियंत्रित,
समता प्रेम बंधुत्व से अभिमंत्रित,
भारत पवित्र बुद्ध भूमि बोधिस्तान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
महामहीम के सिंहासनशीर्ष पर,
बौद्धधम्मचक्र विराजमान है।
धरा जननी का बढ़ाता सम्मान है।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा,
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
राष्ट्रपति भवन स्थित सम्राट अशोका हाल है।
बना करुणा शील प्रज्ञा शांति का भाल है।
मधुर मुस्कान बिखेरते बुद्ध, इस भवन की शान है।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा।
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
नीलांबर में लहराता धम्मध्वज,
राष्ट्रीय ध्वज में पवित्र अशोकचक्र
जनगण भारती को इस पर है फक्र।
यही शान्तिप्रिय बुद्धभूमि की पहचान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा
गलगले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
बौद्धसंस्कृति का प्रस्तर सिंहशीर्ष
शौर्य शक्ति समृद्धि विकास का प्रतीक,
राष्ट्रीय मुद्रा हमारे देश की जान है।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा
गलगले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
स्वतंत्रता स्वाभिमान शांति का प्रतीक,
सोची,बौद्धगया विहार अडिग निर्भीक,
अशोक स्तम्भ त्रिमूर्ति धम्मचक्रांकित,
सरकारी दस्तावेज़ होने के प्रमाण है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
सभी का कल्याण करती दुःख हरती,
बुद्ध महावीर कबीर नानक श्रावको की धरती
वंदन अभिनंदन, शिर नवाकर करते प्रणाम है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
बौद्धकला मंड़ित संसद भवन पर हम कुर्बान है।
न्याय कानून धम्म की गरिमा में,
विकास करता देश हमारा,
आतंक हिंसा की नीति से दूर,
प्रेम बन्धुत्व न्याय समता से भरपूर
बुद्ध बोधिस्तान विश्व में महान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
शान्तिदत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
न्याय के उच्चतम सिंहासन पर,
धम्मचक्र सत्यमेवजयते शोभायमान है।
सत्यन्याय की प्रतीक राष्ट्रीय मुद्रा,
पगपग पर धरा के सीने से निकलते,
बुद्धप्रस्तर शिलालेख करते बखान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
सैनिको और सेनापतियों के स्कन्धशीर्ष पर,
त्रिमूर्ति अशोकचक्र शोभायन है।
जहां जाति लिंग क्षेत्र सब हो जाते एक,
शक्तिमय बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
देश की धन दौलत रुपिया पैसा,
सब इसी देश के नाम है।
धरम रिलीजन मजहब मिलकर बसते,
यही सब बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
पुरातत्वशास्त्रीयों का उत्खणन विज्ञान,
शानियों के यात्रा विवरण है प्रत्यक्षा
इन्दू सा चमकता देश, बौद्धराष्ट
भारत पवित्र बज भूमि बोधिस्तान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्ता भारत बोधिस्तान है।
शान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
चौरासी हजार स्तूपों का प्यारा देश,
बुद्धगया सारनाथ सांची के संदेश
धम्मेक रामाभार स्तूप संघाराम अनेक,
कहते भारत बौद्धराष्ट्र महान है।
विश्व में इसका गरिमामय स्थान है।
अमिट कृतियां बाघ कन्हेरी अजंता एलोरा,
न जाने कितनी गुफाओं को भिक्षुओं ने उकेरा,
सारनाथ कुशीनगर की चमकती स्तम्भ शिला
विश्वविद्यालय नालन्दा,विक्रमशिला
धन्यकटक अग्रहार और तक्षशिला।
पवित्र श्रमण संस्कृति की शान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
भारत पवित्र बुद्ध भूमि बोधिस्तान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
श्रमण संस्कृति की समृद्ध पाली भाषा अकेली
संविधान सूचि में संस्कृत की नहीं बन सकी सहेली।
बिन पाली बौद्ध संस्कृति का जीवित रहना।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
बौद्धशासकों की शांतिमयक्रांति का
स्वर्णिम इतिहास करता बयान है।
प्रज्ञा शील करुणा इसकी जान है।
जीवो और जीने दो इसकी शान है।
मध्यम मार्ग, बुद्धभूमि होने का प्रमाण है।
भारत पवित्र बुद्ध भूमि बोधिस्तान है।
अमन चमन सा सुन्दर प्यारा
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
शान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
श्रमण संस्कृति मानवता की पोषक,
अनित्य अनंत धम्म इसकी पहचान है।
संघाराम स्तूप नेरंजना की बहती धारा
जातक पाली संस्कृत साहित्य सारा
बृहत् त्रिपिटको का ज्ञान पिटारा,
अशोक मुद्रा त्रिमूर्ति धम्मचक्क प्यारा,
सब कहते भारत पवित्र बुद्धभूमि बोधिस्तान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
भारत पवित्र बुद्धभूमि बोधिस्तान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
युद्ध और आतंकवाद से दूर।
शांति और मैत्री की नीति में चूर ।
कृषि धनधान्य उर्जा से भरपूर।
सतत् विकास करता बोधिस्तान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
जहां चीड़ साल साखू के वन अनेक है,
मधुर मलय चंदन पंकज की बहार बहती।
कोकिल हंस विहंग मृगों का निवास है।
रंगबिरंगे फूलो के गुलदस्ते सुगंध बिखरते,
ऐसा शांति प्रिय भारत देश बोधिस्तान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
गुलगुले गुलिस्तां भारत बोधिस्तान है।
विश्वशान्तिदूत देश हमारा बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है।
बौद्धराष्ट्र होने के प्रमाण है।
आतंक हिंसा भय मुगली
काफिरस्तान नही देश हमारा।
जाति विषमता पोषक हिंदुस्तान
संविधान को नही प्यारा।
प्रेम बन्धुत्व समता न्याय प्रेरित
बुद्धिवादियों का स्थान है।
गुलगुले गुलिस्तां नवयुग
भारत भारती की शान है।
अमन चमन सा प्यारा सुन्दर
विश्वशान्तिदत भारत बोधिस्तान है।
जम्बूद्वीप भारत महान है,
बौद्धराष्ट्र होने का प्रमाण है।
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रचनाकार
डॉ.परशुराम आठनेरिया से.नि. प्रोफेसर
बी.ए.एम.एस.(आयुर्वेदाचार्य) एमडी नेत्र विशेषज्ञ )
आयर्वेद वनस्पति (बी.एच.प.)
सी.टी.वाय.,डिप.योग(बी.एच.यू.) वाराणसी
संपर्क : 9827319086
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