नीला आसमान
Thursday 24 February 2022
Comment
गगन का पट खुल गया सारा
लुप्त हुआ आसमान से तारा
सूरज की किरण ले है आई
जगमग रोशनी जग मे फैलाई
सात अश्व की रथ पर आया
भगवान भास्कर नभ पे दिखलाया
नई स्फूर्ति नई शक्ति का संचार
लेकर आया नव यौवन सा बयार
चारों ओर उजाला है छाया
रात की काली तम चेहरा छुपाया
चिड़ियॉ जाग रही डाली पर
चहक रही गीतों की धुन पर
कितना सुंदर वन है सुहाना
दूर गगन तक है हमें ज़ाना
नीला आसमान पे बादल है छाया
चारों दिशा मधुमास का साया
चलो चलें गुरूकूल सब भाई
पढ़ने लिखने की समय है आई
ज्ञानी बनकर वापस है आना
जग को नई राह है बतलाना
------------------------------------------
उदय किशोर साह
मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहार
9546115088
0 Response to " नीला आसमान"
Post a Comment