विराट की विदाई (Virat's farewell)
Friday 25 February 2022
Comment
पर तुम तो हो एक जाबांज |
किला फतह तेरे खून में था
होती थी सुन्दर आगाज ||
कीर्तिमान तेरा " विराट" है
पौरुष के हो तुम सुल्तान |
धोबी पछाड़ का दांव लगाकर
विपक्षी टीम को करते थे हैरान ||
छक्के तो बहुतों ने मारे
तुमने छुडाए दुश्मन के छक्के|
बाज वाली चाल से तेरे
सब हो जाते थे हक्के बक्के ||
उठकर गिरना, गिरकर उठना
ये तो है जीवन का हिस्सा
"जीत की श्रृंखला" की बात जब होगी,
निकलेगा कोहली का किस्सा ||
माँ भारती का मान बढाकर
समर्पित किया अपना प्रणाम |
माँ भी फूलें नहीं समाती,
हो जिनके तुझ जैसी संतान ||
------------------------------------------
(विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से कप्तानी छोड़ने की घोषणा से हतप्रभ एक खेल प्रेमी, एक शुभचिंतक)
चन्दन कुमार सिंह की कलम से मो-8982292213
0 Response to "विराट की विदाई (Virat's farewell)"
Post a Comment