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निःशुल्क कपडे,साड़ियाँ, बर्तन एवं अन्य जरुरी सामग्री पाने तामिया में उमड़ा गरीब जरुरतमंदों का जन सैलाव/ Kapda Bank Chhindwada

  कपड़े एवं अन्य जरुरी सामग्री पाकर खुश हुए तामिया के गरीब एवं जरूरतमंद जन-समुदाय “निःशुल्क कपडे,साड़ियाँ, बर्तन एवं अन्य जरुरी सामग्री पाने ...

मूर्ति पूजा एक आस्ता विश्ववास

 मूर्ति पूजा की जाय या नहीं एक राजा था। वह मूर्ति पूजा का घोर विरोधी था। एक दिन एक पंडित उसके राज दरबार में आया और राजा को ललकारा हे राजन! त...

आलेख - बस्ता के बोझ तले सिसकता बचपन

बस्ता के बोझ तले सिसकता बचपन “भविष्य उज्ज्वल करने वाली पुस्तकें अगर स्कूली बच्चों पर सितम ढाने लगे; तो उन पुस्तकों पर बच्चे का ध्यान कैसे लग...

मैं बोलूँगा तो बोलोगे कि बोलता है

(मुफ़्त की रेवड़ियाँ देश के लिए घातक है) अभी हाल में प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि सरकार द्वारा मुफ्त में जो जनता के लिए मुफ्त में रेवड़ियाँ ब...

कपड़ा बैंक की थीम अनुसार गरीबो के बीच मनाया जन्मदिन/ Kapda Bank

छिंदवाड़ा- कपड़ा बैंक की मुख्य थीम सेवा बने स्वभाव की भावना से प्रेरित होकर कपड़ा बैंक के सदस्य गर्वित पिता तारण कुमार जैन एवं कैरव पिता प्रद्य...

8 साल के भाई की गोद में घंटों पड़ा रहा 2 साल के मासूम का शव, अस्पताल ने नहीं दिया वाहन,

 ग़रीब की मौत पर   क्या रोना क्या धोना।   वह इंसान थोड़ी है ।।   मरता है ग़रीब, मर जाने दो   अब चुनाव थोड़ी है ।। बेबस हूं,लाचार हूं,मैं वो ...

नवोदय विद्यालय में अध्यापक बनने का सुनहरा मौका, निकली बंपर वैकेंसी, जानें पूरी प्रक्रिया और अंतिम तिथि/ Vacancy Navodaya Vidhyalay Teachers

नई दिल्ली,   अध्यापक बनने के लिए तैयारी कर रहे युवाओं के लिए राहतभरी खबर है। नवोदय विद्यालय समिति ने देशभर में टीचर्स के 1616 पदों पर वैकेंस...

आजकल की नालायक औलाद का इलाज Treatment of today's unworthy child

आजकल की नालायक औलाद का इलाज    अब 50+की पीढ़ी को बहुत समझदार होने की जरूरत है। इस तरह के केस हर दूसरे घर की कहानी हो गई है।  मेरे एक दोस्त क...

रेस्टोरेंट का खाना

 कंफ्यूजन था मैं मेनू देखकर क्या खांऊ, क्या न खांऊ, मेनू पढ़कर घूम गया सिर यहाँ खांऊ या कही जांऊ। पलटते रहा पन्ना बेसब्री से मिल जाये कोई अच्...

कविता - "माँ"

माँ की दुआओं ने,  आज ऐसा काम किया नालायक था जीवन मे,  समाज मे ऊँचा नाम दिया। माँ! कोख में रखकर तुमने,  न जाने कितने कष्ट सहे मेरे आने की खुश...

आलेख - शरुआती कक्षाओं के बच्चों की शिक्षा के लिए चुनौतीपूर्ण दौर से निपटने के लिए करना होगा आवश्यक उपाय

आलेख - शरुआती कक्षाओं के बच्चों की शिक्षा के लिए चुनौतीपूर्ण दौर से निपटने के लिए करना होगा आवश्यक उपाय एक लम्बे समय बाद फिर से स्कूल खुल गय...

गुमनाम बचपन

 कविता - गुमनाम बचपन सडको पर गुजरते दिन, किसी कोने में गुजरती रात ये खुदा! क्या कुसूर है मेरा, क्यों नहीं है तू मेरे साथ  बचपन में सहलाने वा...

लघुकथा : जीवन का बोझ

जीवन का बोझ एक कौआ माँस का बड़ा सा टुकड़ा लिये उड़ रहा था तभी बाजों के झुँड ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया कौआ बहुत डर गया। वह उनसे बचने के लि...