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कविता : गाँव की साँझ

साँझ समय एक छोटा गाँव डोलत जैसे जल में नाव  टिमटिमाती रोशनी में  झिलमिला उठा हर ठाव। दिन बीता चहल हुई ठण्डी हवा शीतल और हुई मंदी साँझ हुई आस...

कविता : गाँव की साँझ

साँझ समय एक छोटा गाँव डोलत जैसे जल में नाव  टिमटिमाती रोशनी में  झिलमिला उठा हर ठाव। दिन बीता चहल हुई ठण्डी हवा शीतल और हुई मंदी साँझ हुई आस...

बच्चों में मोबाइल की लत से बढ़ता जिद्दीपन-चिडचिडापन बन सकता है मानसिक विकास में बाधक

  _ अपने भीतर अथाह जानकारियों का सागर समेटने वाला मोबाइल जो देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों को संवारना और निखारना था , वही उनका दुश्मन ब...

बच्चों में मोबाइल की लत से बढ़ता जिद्दीपन-चिडचिडापन बन सकता है मानसिक विकास में बाधक

  _ अपने भीतर अथाह जानकारियों का सागर समेटने वाला मोबाइल जो देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों को संवारना और निखारना था , वही उनका दुश्मन ब...

कविता : सुरसा बनी महँगाई

महँगाई फलफूल रही  जकड़ रही है देश को नए- नए रूप में आकर बदल रही है वेश को हर जगह महँगाई की मार तोड़ रही कमर को खाने को सोचने लगे है मह...

कविता : सुरसा बनी महँगाई

महँगाई फलफूल रही  जकड़ रही है देश को नए- नए रूप में आकर बदल रही है वेश को हर जगह महँगाई की मार तोड़ रही कमर को खाने को सोचने लगे है मह...

कविता - आंखों का नूर

पथराई अखियन से देखे,नूर कहीं जैसा चला गया  आस भरी निगाहों से ये,प्रीत ममता का बेह गया। कलेजे का टुकड़ा बिछडा,बहुत दिन गए हैं बीत  याद बसायें...

कविता - आंखों का नूर

पथराई अखियन से देखे,नूर कहीं जैसा चला गया  आस भरी निगाहों से ये,प्रीत ममता का बेह गया। कलेजे का टुकड़ा बिछडा,बहुत दिन गए हैं बीत  याद बसायें...

कविता : पैसा की खनक

पैसा की खनक मानो किस्मत चमक जाती है पावन खुशबू से इसके फिजायें महक जाती है धन-वैभव सुख-समृद्धि की ठाव बन जाती है  मान प्रतिष्ठा के स...

कविता : पैसा की खनक

पैसा की खनक मानो किस्मत चमक जाती है पावन खुशबू से इसके फिजायें महक जाती है धन-वैभव सुख-समृद्धि की ठाव बन जाती है  मान प्रतिष्ठा के स...

भारत के समस्त जे.एम.बी.डी. के 450 से अधिक ऑफिस में कपड़ा बैंक के खुलेंगे कपड़ा कलेक्शन पाइंट

छिन्दवाड़ा- कपड़ा बैंक “सेवा सहयोग संगठन” जिला छिंदवाड़ा, जमीनी स्तर पर गरीब जरूरतमंद एवं असहायों की सहायता के लिए जिला में ही नहीं वल्...

भारत के समस्त जे.एम.बी.डी. के 450 से अधिक ऑफिस में कपड़ा बैंक के खुलेंगे कपड़ा कलेक्शन पाइंट

छिन्दवाड़ा- कपड़ा बैंक “सेवा सहयोग संगठन” जिला छिंदवाड़ा, जमीनी स्तर पर गरीब जरूरतमंद एवं असहायों की सहायता के लिए जिला में ही नहीं वल्...

लघु कथा - “एक ऐसा भी करवा चौथ”

  सुबह जल्दी उठकर पुष्पलता अपने दैनिक काम में लग गई । आज सोचा था कि दोपहर के पहले सब काम निपटकर थोड़ी देर आराम करेगी। दिनभर निर्जला निराहार व...

लघु कथा - “एक ऐसा भी करवा चौथ”

  सुबह जल्दी उठकर पुष्पलता अपने दैनिक काम में लग गई । आज सोचा था कि दोपहर के पहले सब काम निपटकर थोड़ी देर आराम करेगी। दिनभर निर्जला निराहार व...

शासकीय महिला पालीटेक्निक महाविद्यालय सीहोर प्रदेश का एकमात्र पालीटेक्निक महाविद्यालय है जहां पर मात्र अनुसूचित जाति की छात्राओं के लिए पूर्णता निशुल्क शिक्षा दी जाती है

शासकीय महिला पालीटेक्निक महाविद्यालय सीहोर प्रदेश का एकमात्र पालीटेक्निक महाविद्यालय है जहां पर मात्र अनुसूचित जाति की छात्राओं के ल...

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कविता : मैं भी रखूँगा एक उपवास

मैं भी रखूँगा एक उपवास, होटो पर हो सदा मुस्कान हे! आसमान के उजले चाँद ,नही तू मेरे चाँद सा सुन्दर  नित्य आता है नित्य जाता है, दमकने...

कविता : मैं भी रखूँगा एक उपवास

मैं भी रखूँगा एक उपवास, होटो पर हो सदा मुस्कान हे! आसमान के उजले चाँद ,नही तू मेरे चाँद सा सुन्दर  नित्य आता है नित्य जाता है, दमकने...

पानी जितना सरल बनो

मुलायम लचीला नरम बनो पानी से निर्मल सब काया  बिना इसके सब मलीन माया। दाग न रखे यह अपने पास मिटा देता है मुख की प्यास  जल बिन जल जाएग...

पानी जितना सरल बनो

मुलायम लचीला नरम बनो पानी से निर्मल सब काया  बिना इसके सब मलीन माया। दाग न रखे यह अपने पास मिटा देता है मुख की प्यास  जल बिन जल जाएग...

कविता: ऐसा मेरा गाँव

गाँव मेरा एक छोटा सा जीवन उसमे रमता है राम-राम के मीठे धुन से नित्य सवेरा होता है। भोर हुआ जब आवे भानु काज शुरू हो जाता है मंदिर की घंटी धुन...

कविता: ऐसा मेरा गाँव

गाँव मेरा एक छोटा सा जीवन उसमे रमता है राम-राम के मीठे धुन से नित्य सवेरा होता है। भोर हुआ जब आवे भानु काज शुरू हो जाता है मंदिर की घंटी धुन...